सीमेंट
सीमेंट
सीमेंट -आधुनिक समय का सबसे बड़ा विनाशकारी जहर है ।इस पृथ्वी को बचाना है तो तुरंत सीमेंट के उपयोग पर प्रतिबन्ध लगाना होगा ।जहर के प्रमाण निम्नानुसार है-
१-सीमेंट में चूना ६५ %, सिलिका २२% , एलुमिना ५% है , २-यदि आपने चूना और सिलिका पानी में डाल दिया तो उसके सारे जीवाणु मर जाते है , क्योकि ये जहर ही है । ये प्रयोग आप आपने घर में कर सकते हो ।३- आजकल जो बिल्डिंग सीमेंट से बन रही है उंनका जीवन ५०-७० वर्ष है , २०५० के बाद सीमेंट से बनी बिल्डिंग ढहनी शुरू होगी तो ये मलबा कहा डालेंगे , जहाँ भी ये मलबा डालेंगे , बारिश में इनसे निकला पानी नदी नाले में जायेगा तो नदी के पुरे जीव जंतु ख़त्म , और वे ख़त्म तो हम भी ख़त्म । और इतना मलबा कहाँ लेकर जायेंगे या २०६० के बाद हर आदमी सीमेंट के मलबे के ढेर पर बैठा होगा ।
अभी तक तो हम मिटटी , पत्थर , लकड़ी के पुराने घर गिराकर सीमेंट के घर बना रहे है , पुराने घर का सभी सामान दोबारा उपयोग में ले लेते है , परन्तु सीमेंट के घर का कोई सामान उपयोग में लेने लायक नहीं है , क्योकि पत्थर के टुकड़े करके हमने १०-20MM की गिट्टी बना दी और वो सीमेंट में मिली है जिसका उपयोग नहीं हो सकता , यदि गिट्टी की जगह पत्थर ही होता तो उसको तो हजारो वर्ष तक बार बार उपयोग ले सकते है , जैसे पुराने महल बने है । पुराने पत्थर के महल में केवल जॉइंट का सामान बदलता है पत्थर वही काम आ जाता है ।
आज २७ मंजिल के घर बनाकर अम्बानी भी खुश हो रहा है , परन्तु उसके बेटे/पोते को आपने जीवन ये दूसरा घर बनाना ही पड़ेगा , ये सब तो चूरा होने वाला है , और उसका बेटा/पोता इतना मलबा कहाँ डालेगा ?सीमेंट से विनाश की मेरे पास बहुत अधिक जानकारी है क्योकि मै खुद एक सिविल इंजीनियर हूँ । अगले कुछ वर्षो में ही जैसे आज कोरोना वायरस से डर रहे है , सीमेंट से भी ऐसे ही डरेंगे ।
मै वैदिक डॉक्टर भी हू , आज भी सीमेंट और प्लास्टिक के घर में रहने वालो को कैंसर हो रहा है ।आपने पोता, पोती, नाती-नातिन , की चिंता है तो आज ही सीमेंट का उपयोग बंद करके , मिटटी ,घास पत्थर या बांस से घर बनाये ।
नोट- आधुनिक विज्ञान , विज्ञान की अधूरी जानकारी के आधार पर अनुसन्धान कर रहा है जिससे उसके लगभग सभी अविष्कार से विनाश हो रहा है , जिसको शास्त्रार्थ करना हैं उसके लिए हम तैयार है । सीमेंट के आलावा आधुनिक विज्ञान के अनुसन्धान - चीनी,कुकर ,मिक्सी ,टूथपेस्ट , रासायनिक खेती , एलोपेथी दवाई , मोबाइल , डिब्बा बंद भोजन , सोयाबीन , जर्सी गाय,शराब , तम्बाकू ,आदि ।