आज का हिन्दू पंचांग- दिनांक 17 मार्च 2020
आज का हिन्दू पंचांग- दिनांक 17 मार्च 2020
दिनांक 17 मार्च 2020
दिन - मंगलवार
विक्रम संवत - 2076
शक संवत - 1941
अयन - उत्तरायण
ऋतु - वसंत
मास - चैत्र (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - फाल्गुन)
पक्ष - कृष्ण
तिथि - नवमी 18 मार्च प्रातः 03:23 तक तत्पश्चात दशमी
नक्षत्र - मूल दोपहर 11:46 तक तत्पश्चात पूर्वाषाढा
योग - व्यतिपात दोपहर 12:24 तक तत्पश्चात वरीयान्
राहुकाल - शाम 03:34 से शाम 05:04 तक सूर्योदय - 06:46
सूर्यास्त - 18:47
दिशाशूल - उत्तर दिशा में
व्रत पर्व विवरण -
विशेष - नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
कब्जनाशक प्रयोग
कब्ज अनेक रोगों का गढ है। कब्ज दूर करने के लिए निम्न उपाय करें। रात को हरड़ पानी में भिगोकर रखें। सुबह थोड़ी सी हरड़ उसी पानी में रगड़ें और थोड़ा सा नमक मिलाकर पियें। सूर्योदय से पहले खाली पेट रात का रखा हुआ पानी आवश्यकतानुसार पियें (गुनगुना हो तो उत्तम)।
मेथी के पत्तों की सब्जी खायें। धनिया, पुदीना, काला नमक व काली मिर्च की चटनी भोजन के साथ लें। श्वास बाहर निकालकर गुदाद्वार का संकोचन विस्तरण (अश्विनी मुद्रा) करने को थलबस्ती कहते हैं। यह प्रयोग रोज तीन-चार बार करने से भी कब्ज दूर होता है और वीर्यहानि, स्वप्नदोष एवं प्रदर रोग से रक्षा होती है। व्यक्तित्व विकसित होता है।
घर में शांति आने का अद्भुत चमत्कार
शुद्ध घी या तेल के तेल का दीपक जलाकर गहरा श्वास लेके रोकें फिर ‘ॐ तं नमामि हरिं परम् |’ मंत्र बोले | ऐसा १५ – २० मिनट नियत समय, नियत स्थान पर कुटुम्ब के सभी लोग करें | ३ – ४ दिन में अद्भुत चमत्कार होगा, घर में शांति होगी |
समस्याओं से छुटकारा पाने हेतु
हिंदू पौराणिक कथाओं में सिंदूर का आध्यात्मिक महत्व माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में भी इसे बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। आइए जानते हैं कैसे इसका उपयोग करके आप अपने जीवन की कई समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं..
जिन लोगों को अक्सर एक्सीडेंट का सामना करना पड़ता है उन्हें मंगलवार को हनुमानजी के मंदिर में सिंदूर दान करना चाहिए । इस उपाय से एक्सीडेंट का भय खत्म हो जाएगा ।
एक पान के पत्ते में थोड़ी फिटकरी और सिंदूर बांधकर बुधवार की सुबह या शाम को पीपल के पेड़ के नीचे किसी बड़े पत्थर से दबा कर आ जाएं ।पलटकर न देखें आपकी लोकप्रियता बढ़ने लगेगी ।
यदि पैसों की कमी से परेशान रहते हैं तो एकाक्षी नारियल पर सिंदूर लगाकर उसे लाल वस्त्र में बांधकर पूजा करें और माता लक्ष्मी से प्रार्थना करते हुए तिजोरी या सुरक्षित जगह पर रख दें ।