मनमोहन आर्य
“हमें जीवात्मा के आवागमन तथा इसकी दुःखों से मुक्ति का ज्ञान...
“हमें जीवात्मा के आवागमन तथा इसकी दुःखों से मुक्ति का ज्ञान होना चाहिये”
ऋषि दयानन्द ने वेदों में भरे ज्ञान भण्डार से मानव जाति...
ऋषि दयानन्द ने वेदों में भरे ज्ञान भण्डार से मानव जाति को परिचित कराया
ऋषि दयानन्द ने आर्यसमाज और सत्यार्थप्रकाश के द्वारा वेदों...
ऋषि दयानन्द ने आर्यसमाज और सत्यार्थप्रकाश के द्वारा वेदों की रक्षा का महान कार्य...
“वैदिक धर्म त्रैतवाद, पुनर्जन्म, कर्म-फल व मोक्ष के सिद्धान्तों...
“वैदिक धर्म त्रैतवाद, पुनर्जन्म, कर्म-फल व मोक्ष के सिद्धान्तों के कारण यथार्थ एवं...
“सत्यार्थप्रकाश से वेदों के महत्व तथा मत-मतान्तरों की अविद्या...
“सत्यार्थप्रकाश से वेदों के महत्व तथा मत-मतान्तरों की अविद्या का ज्ञान होता है”
“ईश्वर सृष्टि उत्पत्ति सहित सभी अपौरुषेय कार्य जीवों के...
“ईश्वर सृष्टि उत्पत्ति सहित सभी अपौरुषेय कार्य जीवों के कल्याणार्थ करता है”
“ईश्वर की उपासना का उद्देश्य कृतज्ञता ज्ञापन एवं ईश्वर...
“ईश्वर की उपासना का उद्देश्य कृतज्ञता ज्ञापन एवं ईश्वर साक्षात्कार”
जीवात्मा एक स्वतन्त्र एवं अन्य अनादि तत्वों से पृथक सत्ता...
जीवात्मा एक स्वतन्त्र एवं अन्य अनादि तत्वों से पृथक सत्ता व पदार्थ है
“सृष्टि में नियम व व्यवस्था ईश्वर के होने का संकेत करते...
“सृष्टि में नियम व व्यवस्था ईश्वर के होने का संकेत करते हैं”
मनुष्य को सद्धर्म एवं देश हित का विचार कर सभी कार्य करने...
मनुष्य को सद्धर्म एवं देश हित का विचार कर सभी कार्य करने चाहियें”
मनुष्य को अपने लाभ के लिए ईश्वर की उपासना करनी चाहिये”
मनुष्य को अपने लाभ के लिए ईश्वर की उपासना करनी चाहिये”
“देवयज्ञ अग्निहोत्र का करना मनुष्य का पुनीत सर्वहितकारी...
“देवयज्ञ अग्निहोत्र का करना मनुष्य का पुनीत सर्वहितकारी कर्तव्य”
धर्म सत्कर्तव्यों के ज्ञान व पालन और असत् कर्मों के त्याग...
धर्म सत्कर्तव्यों के ज्ञान व पालन और असत् कर्मों के त्याग को कहते हैं”
सत्यार्थप्रकाश ग्रंथ अविद्या दूर करने के लिये लिखा गया...
सत्यार्थप्रकाश ग्रंथ अविद्या दूर करने के लिये लिखा गया ग्रंथ है”