ॐ की महिमा वेद मंत्र 

ॐ की महिमा वेद मंत्र 

ॐ की महिमा वेद मंत्र 


एतद्रयेवाक्षरं ब्रह्म एतद्रयेवाक्षरं परम्॥
एतद्रयेवाक्षरं ज्ञात्वा वो यदिच्छति तस्य तत्॥
(कठोपनिषद  १।२।१६ से)

    यह ओ३म् अक्षर ही ब्रह्म है, ओ३म् अक्षर ही सर्वोतम है । इस अविनाशी ओ३म् अक्षर ब्रह्म को जानकर कोई भी जो कुछ भी चाहता है हव उसे प्राप्त कर लेता है।


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