है मनुष्य तू मुर्दा दिल होकर मत रह।

है मनुष्य तू मुर्दा दिल होकर मत रह।

है मनुष्य तू मुर्दा दिल होकर मत रह।

है मनुष्य तू मुर्दा दिल होकर मत रह।आज का वैदिक विचार।Today thought,Vaidik rashtra