वेदमंत्र(तुम देवों की माता हो)

 वेदमंत्र(तुम देवों की माता हो)

 वेदमंत्र(तुम देवों की माता हो)

माता देवानामदितेरनीकं यज्ञस्य केतुर्बृहती वि भाहि।
प्रशस्तिकृद्ब्रह्मणे नो व्युच्छा नो जने जनय विश्ववारे॥ 

       हे ऊषा, तुम देवों की माता हो। तुम स्वास्थ्य का मुख्य कारण हो। तुम अंधकार को हटाकर हमारे ज्ञान को प्रकाशित करती हो। तुम सभी को आनंद प्रदान करने वाली हो। हमें भी जीवन में उन ऊंचाइयों पर ले जाओ, जहां हमें जाना चाहिए।