ताडासन

ताडासन

ताडासन

       पहले आप खड़े हो जाए और अपने कमर एवं गर्दन को सीधा रखें।अब आप अपने हाथ को सिर के ऊपर करें  और सांस लेते हुए धीरे धीरे पुरे शरीर को खींचें।खिंचाव को पैर की अंगुली से लेकर हाथ की अंगुलियों तक महसूस करें।इस अवस्था को कुछ समय के लिए बनाये रखें ओर सांस ले सांस  छोड़े।फिर सांस छोड़ते हुए धीरे धीरे अपने हाथ एवं शरीर को पहली अवस्था में लेकर आयें। न इस तरह से एक चक्र पूरा हुआ।
कम से कम इसे तीन से चार बार प्रैक्टिस करें।

 ताड़ासन  के फायदे

      ताड़ासन के नियमित अभ्यास करने से  बहुत हद तक पेटकीचर्बीकोकम करने में मदद मिल सकती है। पेट की चर्बी ही नहीं यह पुरे शरीर के अतरिक्त वसा को कम करने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकता है।

      ताडासन को सही तरीके से करने से पुरे बॉडी में खिंचाव  आता है और आपके शरीर को एक सुडौल दिशा में ले जाता है। ताड़ासन के नियमित अभ्यास करने बच्चों की हाइट बढ़ाने के लिए अतिउत्तम योगाभ्यास है। उचाई बढ़ाने के लिए 6 से 25 साल के बच्चों को यह आसन करवाया जाता है।ताड़ासन के नियमित अभ्यास करने से पीठ के दर्द के लिए बहुत लाभकारी है। अगर इसका सही तरह से अभ्यास किया जाए तो पीठ की दर्द से हमेशा हमेशा के लिए छुटकारा पाया जा सकता है। इसमें आप ऊपर की ओर अपने आप को खिंचते है और जहाँ पर दर्द है वहां खिंचाव को महसूस करने की कोशिश करते हैं। ताड़ानस के नियमित अभ्यास करने से पीठ की दर्द से परेशान हैं तो आपको पर्वतासन करनी चाहिए। यह नसों की दर्द को ही कम नहीं करता बल्कि मांसपेशियों के साथ नसों को मजबूत और सबल बनाता है। मांसपेशियों की ऐंठन और मरोड़ जैसी समस्याओं को भी दूर करने मेीं मदद करता है।

      ताडासन केनियमित अभ्यास करने से घुटने की दर्द से परेशान हैं तो आपको इस आसन का अभ्यास करनी चाहिए। लेकिन ध्यान रहे इसमें आपको अपने तलवे को जमीन पर ही रखनी है और पैर की अंगुलियों पर आकर ताडासन को नहीं करनी है।

      ताड़ासन के नियमित रूप से इसका अभ्यास करने से शरीर में संतुलन का अच्छा खासा प्रभाव देखा जा सकता है। ताड़ासन के नियमित अभ्यास करने से  पैरों की समस्यां जैसे  सूजन, दर्द, सुन्न, जलन और झनझनाहट के लिए काफी लाभदायक है  है। ताड़ासन के नियमित अभ्यास करने से सायटिका का दर्द बहुत हद तक कम किया जा सकता है। ताड़ासन के नियमित अभ्यास करने से पुरे शरीर का दर्द व पीड़ा को कम किया जा सकता है।

 ताड़ासन की सावधानियाँ

#ताड़ासन वैसे साधक को नहीं करनी चाहिए जिनके घुटने में बहुत ज्यादा दर्द हो।
#ताडासनसन गर्ववती महिला के लिए वर्जित है।
#ताडासन अभ्यास उस वक्त नहीं करनी चाहिए जब आपको सिर दर्द हो।
#अगर आप ताडासन को करना सीख रहें हैं तो पैरों की अंगुलियों पर आकर इस  योगाभ्यास को मत करें।
#अगर रक्तचाप ज्यादा या कम हो तब भी ताडासन को करने से बचना चाहिए।