आज का हिन्दू पंचांग- 05 मार्च 2020

आज का हिन्दू पंचांग- 05 मार्च 2020

   आज का हिन्दू पंचांग- 05 मार्च 2020


 दिनांक 05 मार्च 2020
 दिन - गुरुवार 
 विक्रम संवत - 2076
 शक संवत - 1941
 अयन - उत्तरायण
 ऋतु - वसंत
 मास - फाल्गुन
 पक्ष - शुक्ल 
 तिथि - दशमी दोपहर 01:18 तक तत्पश्चात एकादशी
 नक्षत्र - आर्द्रा दोपहर 11:26 तक तत्पश्चात पुनर्वसु
 योग - आयुष्मान् सुबह 09:49 तक तत्पश्चात सौभाग्य
 राहुकाल - दोपहर 02:06 से शाम 03:33 तक 
 सूर्योदय - 06:56
 सूर्यास्त - 18:43 
 दिशाशूल - दक्षिण दिशा में
 व्रत पर्व विवरण - फाल्गुन दशमी  (ओड़िशा)
  विशेष - 
               

 एकादशी व्रत के लाभ 
05 मार्च 2020 गुरुवार को दोपहर 01:19 से 06 मार्च शुक्रवार को दोपहर 11:47 तक एकादशी है ।
 विशेष - 06 मार्च शुक्रवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखें ।
 एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।


 संस्कृत सुभाषितम

 द्वौ अम्भसि निवेष्टव्यौ गले बद्ध्वा दृढां शिलाम् !
धनवन्तम् अदातारम् दरिद्रं च अतपस्विनम् !!

हिन्दी अर्थ : दो प्रकार के लोगो के गले में पत्थर बांधकर उन्हें समुद्र में फेंक देना चाहिए. पहले वे व्यक्ति जो अमीर होते है पर दान नहीं करते और दूसरे वे जो गरीब होते है लेकिन कठिन परिश्रम नहीं करते।

 जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
 जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
 एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं ।इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।
 धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।
 कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।
 परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है ।पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ ।भगवान शिवजी  ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।


 एकादशी के दिन करने योग्य 
 एकादशी को दिया जला के विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें .......विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो १० माला गुरुमंत्र का जप कर लें l अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l


 एकादशी के दिन ये सावधानी रहे 
 महीने में १५-१५ दिन में  एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के जो दिन चावल खाता है... तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है...ऐसा डोंगरे जी महाराज के भागवत में डोंगरे जी महाराज ने कहा